Office Vastu: कार्यालय वह स्थान होता है जहां हम अपना अधिकांश समय व्यतीत करते हैं। सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर कार्यस्थल न केवल उत्पादकता बढ़ाता है बल्कि सफलता के द्वार भी खोलता है। वास्तु शास्त्र कार्यालय के निर्माण और रखरखाव के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जो सकारात्मक वातावरण बनाने में सहायक होता है।
वास्तु शास्त्र क्या होता है?
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो वास्तुकला और निर्माण के सिद्धांतों से संबंधित है। यह विज्ञान भवनों और अन्य संरचनाओं को डिजाइन करने और बनाने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है ताकि वे सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि को आकर्षित कर सकें। वास्तु शास्त्र का उल्लेख वेदों, पुराणों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है।
आइए, कार्यालय के लिए कुछ महत्वपूर्ण वास्तु युक्तियों को हिंदी में देखें:
1. Office Vastu Direction (बैठने की सही दिशा)
- प्रवेश द्वार (Entrance): कार्यालय का प्रवेश द्वार पूर्व या उत्तर दिशा में होना शुभ माना जाता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- निदेशक का कक्ष (Director’s cabin): निदेशक का कक्ष भवन के दक्षिण-पश्चिम भाग में होना चाहिए। इस दिशा में बैठने से निर्णय लेने की क्षमता और नेतृत्व कौशल मजबूत होता है।
- कर्मचारियों का स्थान (Employee Area): कर्मचारियों के बैठने की जगह पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए। इससे
- कर्मचारियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और एकाग्रता बढ़ती है।
- कैशियर (Cashier): कैश बॉक्स को उत्तर या पश्चिम दिशा में रखना शुभ होता है।
2. आसन और बैठने की व्यवस्था (Office Vastu Sitting Posture and Arrangement)
- कार्यालय में बैठने के लिए लकड़ी या कुशन वाली कुर्सियों का प्रयोग करें। टूटी हुई या असहज कुर्सियों पर बैठने से बचना चाहिए।
- कर्मचारियों को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा का लाभ मिलता है।
- टेबल आयताकार या वर्गाकार होनी चाहिए। गोल मेज का प्रयोग कार्यालय में कम ही किया जाता है।
3. स्वच्छता और सजावट (Cleanliness and Decoration)
- कार्यालय हमेशा स्वच्छ और साफ रखना चाहिए। अव्यवस्थित वातावरण नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देता है।
- उत्तर या पूर्व की दीवार पर हल्के और सकारात्मक रंगों का प्रयोग करें। गहरे या बहुत चटख रंगों से परहेज करें।
- कार्य से संबंधित प्रेरणादायक तस्वीरें या कोटेशन लगा सकते हैं।
4. अन्य महत्वपूर्ण बातें (Other Important Points for Office Vastu)
- कार्यालय के पूर्व या उत्तर में मुख्य द्वार के सामने कोई पेड़ या खंभा नहीं होना चाहिए।
- कार्यालय में टूटी-फूटी वस्तुओं या कचरे को इकट्ठा न होने दें। इन्हें समय-समय पर हटाते रहें।
- कार्यालय में दक्षिण या पश्चिम दिशा में भारी उपकरण रखें।
- कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए।
- तिजोरी को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना शुभ माना जाता है।
यह लेख वास्तु शास्त्र के सामान्य सिद्धांतों पर आधारित है। वास्तु सलाहकार से परामर्श कर अपने कार्यालय के लिए उचित दिशा-निर्देश लेना उचित होता है। वास्तु शास्त्र को अपनाने के साथ ही मेहनत और लगन भी सफलता के लिए जरूरी है।