दुर्गा पूजा के अवसर पर अभिनेत्री रायमा सेन ने समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ एक सशक्त संदेश दिया। एक दुर्गा पंडाल में खींची गई तस्वीर में, रायमा सेन को सामाजिक दानवों के प्रतीकों के बीच खड़ा दिखाया गया, जिससे एक गहरा और प्रभावशाली संदेश प्रकट हुआ।
लाल साड़ी में सजी रायमा सेन ने मां दुर्गा का रूप धारण किया, जो बुराई के खिलाफ युद्ध का प्रतीक है। यह उपस्थिति केवल एक धार्मिक रस्म तक सीमित नहीं थी, बल्कि उन लोगों के साथ एकजुटता का प्रतीक थी जो अन्याय, भेदभाव और अत्याचार का सामना कर रहे हैं। सेन ने हमेशा सामाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी है और अपने मंच का उपयोग महत्वपूर्ण कारणों पर जागरूकता फैलाने के लिए किया है।
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई, जहां लोगों ने रायमा के इस सशक्त संदेश की सराहना की। उनके द्वारा प्रतीकात्मक रूप से दानवों के बीच खड़ा होना इस बात को दर्शाता है कि हमें समाज की नकारात्मक ताकतों का सामना करने और उन्हें समाप्त करने की आवश्यकता है।
दुर्गा पूजा, जो अच्छाई की बुराई पर जीत का उत्सव है, इस तस्वीर के माध्यम से एक नए रूप में सामने आई। रायमा सेन का यह कदम इस बात की याद दिलाता है कि हमें हमेशा सत्य और न्याय के लिए खड़ा होना चाहिए। उनका यह संदेश हर उम्र और पृष्ठभूमि के लोगों को प्रेरित कर रहा है, जिससे वे अपने समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
रायमा सेन फिलहाल अपनी आने वाली फिल्म मां काली की तैयारी में जुटी हैं, जो मातृत्व, आध्यात्मिकता और सामाजिक न्याय जैसे गहरे मुद्दों पर आधारित होगी। यह फिल्म रायमा के सामाजिक मुद्दों पर उनके लगातार प्रयासों को और अधिक मजबूती से सामने लाएगी।