September 20, 2024
ज्योतिष

Mahakaleshwar: यहाँ हर दिन होती है भस्म आरती, जानिए आप कैसे शामिल हो सकते है

Shri Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple

उज्जैन, मध्य प्रदेश: उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित महाकालेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। महाकालेश्वर का अर्थ है ‘कालों के काल’ अर्थात समय के अधिपति भगवान शिव। इस मंदिर को देशभर के लाखों भक्तों द्वारा विशेष श्रद्धा के साथ पूजा जाता है।

Shri Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple

मंदिर परिसर में विशाल शिवलिंग, नंदी की प्रतिमा, और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। मंदिर की दीवारों पर की गई नक्काशी और कलात्मक चित्रण यहां की स्थापत्य कला की महानता को दर्शाते हैं।

श्रावण मास के दौरान मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, क्योंकि इस समय भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इसके अलावा, महाशिवरात्रि के दिन यहाँ बड़े पैमाने पर उत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दूर से भक्त शामिल होते हैं।

उज्जैन नगर को सप्तपुरीयों में से एक माना जाता है, जो कि मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रमुख माने गए सात नगरों में शामिल है। यहाँ स्थित महाकाल वन प्राचीन काल से शिवभक्तों के लिए एक तीर्थ स्थल रहा है। उज्जैन को कालों के अधिपति महाकाल की नगरी के रूप में भी जाना जाता है, जहाँ हर 12 साल में सिंहस्थ कुंभ मेले का आयोजन होता है।

दक्षिणमुखी शिवलिंग

महाकालेश्वर मंदिर का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि यह दक्षिणमुखी शिवलिंग है, जिसे तांत्रिक विद्या में अत्यधिक शक्तिशाली माना गया है। हर दिन मंदिर में भस्म आरती की जाती है, जो एक अद्वितीय और प्रसिद्ध अनुष्ठान है। यह भस्म (राख) विशेष रूप से शवदाह के बाद ली जाती है, जिससे यह संदेश दिया जाता है कि जीवन नश्वर है और अंततः मृत्यु में विलीन हो जाता है।

भस्म आरती में शामिल होने का तरीका

  1. ऑनलाइन पंजीकरण: महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। आपको आरती में शामिल होने के लिए पहले से ही अपनी सीट बुक करनी होती है, क्योंकि भक्तों की संख्या सीमित होती है।
  2. पहुँचने का समय: आरती का समय प्रातः लगभग 4 बजे होता है, इसलिए आपको मंदिर में समय से पहले पहुँचने की योजना बनानी चाहिए। आरती में शामिल होने के लिए आप रात में ही उज्जैन पहुँच सकते हैं।
  3. विशेष वस्त्र: भस्म आरती में शामिल होने के लिए पुरुषों को धोती और अंगवस्त्र धारण करना अनिवार्य है, जबकि महिलाओं को साड़ी पहननी होती है। यह पारंपरिक वस्त्र पूजा के शुद्ध और पवित्र माहौल का प्रतीक है।
  4. मंदिर में प्रवेश: मंदिर प्रशासन द्वारा आपको विशेष पास जारी किया जाता है, जिसके आधार पर आप आरती में प्रवेश कर सकते हैं। इस दौरान सुरक्षा जांच और अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करना पड़ता है।

महाकालेश्वर मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट है: https://shrimahakaleshwar.com/ इस वेबसाइट पर आप भस्म आरती के लिए ऑनलाइन पंजीकरण, दर्शन की जानकारी, और मंदिर से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएँ प्राप्त कर सकते हैं।

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